रविवार, 13 दिसंबर 2015

एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों - हसरत जयपुरी

एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों 
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों 

बनता है मेरा काम तुम्हारे ही काम से 
होता है मेरा नाम तुम्हारे ही नाम से 
तुम जैसे मेहरबां का सहारा है दोस्तों 
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों 

जब आ पडा है कोई भी मुश्किल का रास्ता 
मैंने दिया है तुम को मुहब्बत का वास्ता 
हर हाल में तुम्हीं को पुकारा है दोस्तों 
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों 

यारों ने मेरे वास्ते क्या कुछ नहीं किया 
सौ बार शुक्रिया अरे सौ बार शुक्रिया 
बचपन तुम्हारे साथ गुज़ारा है दोस्तो 
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों

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